प्रत्याशी चयन को लेकर तीन प्रमंडल की सीटों पर मंथन, तीन मंत्रियों पर मंडराया खतरा!
दूसरे दिन मुख्यमंत्री निवास में हुई बैठक में बस्तर संभाग की 12 सीटों पर चर्चा हुई. बताया जा रहा है कि इनमें से आठ सीटों पर वरिष्ठ नेताओं के बीच सहमति बन गई है. चार सीटों पर मौजूदा विधायकों के प्रति नाराजगी है.
रायपुर. कांग्रेस टिकट वितरण से पहले प्रदेश चुनाव समिति हर संभाग के दावेदारों की समीक्षा कर रही है। मुख्यमंत्री निवास में स्क्रीनिंग कमेटी के बाद लगातार दूसरे दिन प्रदेश चुनाव समिति के पांच नेताओं ने बस्तर संभाग की 12 सीटों की समीक्षा की. इससे पहले रायपुर और दुर्ग संभाग की समीक्षा पूरी हो चुकी है. कांग्रेस के उच्च पदस्थ सूत्रों की मानें तो अब तक की समीक्षा में तीन मंत्रियों पर खतरे के बादल मंडरा रहे हैं |
बस्तर संभाग के नवनियुक्त मंत्री मोहन मरकाम का विरोध शुरू हो गया है
वहीं दुर्ग संभाग में मंत्री अनिला भेड़िया और रुद्र गुरु को लेकर विरोध के स्वर सामने आ गए हैं. रूद्र गुरु अपनी सीट बदलना चाहते हैं, केंद्रीय नेतृत्व इसके लिए तैयार नहीं है. केंद्रीय नेतृत्व ने साफ कर दिया है कि किसी भी विधायक को अपनी सीट बदलने की इजाजत नहीं दी जाएगी. हालांकि, तीनों मंत्रियों ने अपनी दावेदारी को कमजोर होने से बचाने के लिए प्रयास शुरू कर दिए हैं |
दूसरे दिन मुख्यमंत्री निवास में हुई बैठक में बस्तर संभाग की 12 सीटों पर चर्चा हुई
बताया जा रहा है कि इनमें से आठ सीटों पर वरिष्ठ नेताओं के बीच सहमति बन गई है. चार सीटों पर मौजूदा विधायकों के प्रति नाराजगी है. बताया जा रहा है कि कांकेर से संसदीय सचिव शिशुपाल सोरी, जगदलपुर से रेखचंद जैन, अंतागढ़ से अनुप नाग और नारायणपुर से चंदन कश्यप की सीटों पर पैनल तैयार किया गया है. चर्चा है कि पार्टी यहां से किसी नये नेता को उम्मीदवार बना सकती है. बताया जा रहा है कि स्क्रीनिंग कमेटी की आपत्ति के बाद यह प्रक्रिया शुरू की गई है। मुख्यमंत्री निवास की बैठक में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, प्रदेश प्रभारी कुमारी सैलजा, प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज, विधानपसभा अध्यक्ष डा चरणदास महंत और उपमुख्यमंत्री टीएस सिंहदेव के अलावा संभाग के प्रमुख नेता शामिल थे।
दुर्ग-रायपुर संभाग में विकल्प की तलाश
कांग्रेस के उच्च पदस्थ सूत्रों की मानें तो दुर्ग संभाग के डोंगरगांव से दलेश्वर साहू, नवागढ़ से गुरुदयाल बंजारे, पंडरिया से ममता चंद्राकर और डोंगरगढ़ सीट से भुनेश्वर बघेल के विकल्प पर चर्चा हुई है. वहीं, रायपुर संभाग के कसडोल से संसदीय सचिव शकुंतला साहू, बिलाईगढ़ से चंद्रदेव राय और सरायपाली से किस्मतलाल नंद को बदलने के विकल्पों पर चर्चा की गई है।
अब सरगुजा और बिलासपुर संभाग पर मंथन
बताया जा रहा है कि अब सरगुजा और बिलासपुर संभाग की सीटों पर मंथन होगा. सरगुजा की सभी 14 सीटों पर कांग्रेस के विधायक हैं. वहीं बिलासपुर संभाग में कांग्रेस की स्थिति सबसे कमजोर है |
कांग्रेस की सूची पर 22 तक संशय
कांग्रेस के उच्च पदस्थ सूत्रों की मानें तो कांग्रेस की पहली सूची 22 सितंबर तक आ जायेगी. शीर्ष नेता इससे पहले सूची आने की संभावना से इनकार कर रहे हैं. कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं का साफ कहना है कि संभाग स्तर पर चर्चा के बाद स्क्रीनिंग कमेटी की एक बार फिर रायपुर में बैठक होगी. इस बैठक में अजय माकन, नेट्टा डिसूजा और एल हनुमंत शामिल होंगे |